जींद के कंडेला में बुधवार को महापंचायत हुई जिसमें पांच प्रस्ताव पास किए गए हैं। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने इस महापंचायत के मंच से इन पांच प्रस्तावों की घोषणा की तो महापंचायत में बैठे हुए सभी लोगों ने हाथ उठाकर राकेश टिकैत के पांच प्रस्तावों का समर्थन किया।
महापंचायत में हुए पांच प्रस्तावों में सबसे प्रमुख है, तीनों कृषि कानूनों की वापसी का प्रस्ताव। दूसरा प्रस्ताव एमएसपी पर कानून बनने का लाया गया। तीसरे में स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने और चौथे प्रस्ताव में दिल्ली में पकड़े गए ट्रैक्टर व लोगों को रिहा करने की बात कही गई। पांचवां प्रस्ताव किसानों के कर्ज माफ करने का था।
सूत्रों के हवाले से पता चला की जींद की इस महापंचायत में हद से ज्यादा भीड़ थी।बताया जाता है कि राकेश टिकैत जब मंच पर बोलने वाले थे तो उससे कुछ मिनट पहले ही मंच टूट गया। उस समय गुरनाम सिंह चढूनी और राकेश टिकैत मंच पर थे। जैसे ही मंच टुटा मंच के टूटते ही वहां हड़कंप मच गया लेकिन कुछ समय पश्चात ही टिकैत दोबारा मंच पर आए। इसके बाद उन्होंने कहा कि मंच भाग्यवानों के टूटते हैं।
इस महापंचायत के मंच पर राकेश टिकैत के पहुंचने के बाद सबसे पहले हल देकर सम्मानित किया गया। जैसे ही राकेश टिकैत मंच पर गए तो वहां जितने भी लोग थे सभी के सभी अपनी-अपनी जगहों से खड़े हो गए और राकेश टिकैत ने मंच से ही हाथ जोड़कर लोगों को बैठने की अपील की। इस महापंचायत के मौके पर पहुंचे हुए भाकियू के महासचिव ने कहा कि दिल्ली में एक लाख लोग हैं, एक करोड़ होने चाहिए। महासचिव युद्धवीर सिंह ने कहा कि जब भी संदेश आए सभी दिल्ली पहुंचे।
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