सामूहिक दुष्कर्म के मुकदमे से बचने के लिए भाई ने किया बहन का कत्ल
अमरोहा में एक ऐसी घटना हुई जिसे सुनकर सभी दंग रह जायेंगे। अमरोहा में एमबीए की छात्रा नेहा की हत्या का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। नेहा को उसके ही सगे भाई अंकित ने मारा था। पुलिस ने अंकित के शरीर पर कुछ निशान देखे और उसके खून से सने कपड़े और आला कत्ल भी बरामद कर लिया है। हत्या का कारण सुनकर पुलिस वाले भी हैरान रह गए। अंकित और उसके दोस्त पर पिछले दिनों एक युवती ने गैंगरेप का इल्जाम लगाया था। अंकित ने पीड़िता के परिजनों को फंसाने के लिए अपनी ही बहन को मार दिया।
एसपी सुनीति का कहना है कि एमबीए छात्रा नेहा की हत्या उसके ही सगे भाई अंकित ने की थी। सोमवार सुबह दिनेश चौधरी की बेटी नेहा का शव शहर में एआरटीओ बाईपास मार्ग पर एक खाली प्लाट में फेंका हुआ था। पुलिस का कहना है की उसके भाई ने उसकी हत्या ईंट से सिर कुचलकर की थी। एमबीए छात्रा नेहा नोएडा की एक प्राइवेट कंपनी में काम करती थी। पुलिस की टीमों ने आसपास के इलाके की सीसीटीवी फुटेज को देखने के बाद हत्या की जांच शुरू की थी।
उन फुटेज में देखा की एक जगह नेहा का छोटा भाई अंकित घटनास्थल से 100 मीटर दूर जाता दिखाई दिया। इसे ही क्लू मानकर पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने जल्द ही जुर्म कुबूल कर लिया। बकौल एसपी हत्यारोपी अंकित और उसके ममेरे भाई अक्षय के खिलाफ बीती 18 जनवरी को डिडौली कोतवाली में दलित किशोरी के अपहरण और गैंगरेप के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
सामूहिक दुष्कर्म मामले में पीड़िता के परिजनों को फंसाने के लिए ही अंकित ने अपनी ही बहन की हत्या करने की साजिश की । अंकित ने बताया की पहले तो वह दिल्ली से नेहा को टैक्सी से अमरोहा लाया और सूनसान इलाके में फीते से उसका गला घोट दिया। नेहा के बेहोश होते ही अंकित ने उसके सिर पर ईंट से कई वार कर दिए। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
अंकित ने सामूहिक दुष्कर्म में फंसने के बाद अपनी बहन को दिल्ली फोन किया। उसने बताया कि उन्होंने जिस लड़की से दुष्कर्म किया है उनके परिवार वाले समझौते के लिए तैयार हो गए हैं। समझौते के दौरान उसका वहां हाजिर होना भी जरूरी है। भाई पर भरोसा करके नेहा अमरोहा आने को तैयार हो गई। सात फरवरी की दोपहर डेढ़ बजे गांधी मूर्ति चौराहे से टैक्सी बुक करके अंकित दिल्ली गया। वहां से नेहा को लेकर वह अमरोहा लौट आया। जोया रोड पर अमरोहा ग्रीन से पहले अंकित ने कार रुकवा ली और नेहा को बहाने से घटनास्थल की तरफ ले जाकर वारदात अंजाम दी।
बहन को मारने के बाद अंकित आवास विकास कॉलोनी में अपने रिश्तेदार के घर जाकर सो गया। अगले दिन अपने खून से सने कपड़े, पैंट, जैकेट, जूते व टोपा पालिथिन में रखकर उसने कल्याणपुरा बाईपास से हमीदपुरा के निकट झाड़ियों में फेंक दिए।
पुलिस ने अंकित की निशानदेही पर खून से सने कपड़े और घटनास्थल से ईंट, कत्ल नीले रंग का फीता बरामद किए। उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। एसपी ने मामले का खुलासा करने वाली टीम के एसओ अमरोहा देहात सुरेश चंद गौतम, सर्विलांस/साइबर सेल प्रभारी संजय कुमार, एसओजी/स्वाट प्रभारी मोहित चौधरी, दरोगा लवनीश चौधरी, हेड कांस्टेबल गिरीश बाबू, सिपाही गौरव शर्मा, अनिल कुमार, नीरज कुमार की पीठ थपथपाई है।
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